*”नव वर्ष नई आशाएं”*
नव वर्ष नई आशाएं
बीते हुए साल में वैश्विक कोरोना महामारी बीमारी से जूझते रहे और कठिन परिस्थितियों के बाबजूद भी सभी लोग हार नही मानी हर स्थितियों का सामना करते हुए हौसला अफजाई बढाते रहे है।
अब आने वाले नव वर्ष के आगमन पर हम सभी नई आशाओं के साथ संकल्प लेते हैं कुछ अनसुलझे सवाल खड़े हुए हैं जिसका हल निकालने के लिए सतत प्रयास करना होगा ताकि जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर कर नई आशाओं के साथ उम्मीद का दीप जलाना है।
आने वाले नव वर्ष में सारे बिगड़े काम मे सुधार आवश्यक है इसके लिए हम सभी को मिलकर कदम उठाना होगा।
जीवन यात्रा के सफर तय करने में कुछ नई पीढ़ी को सभी व्यक्तियों को जितने वर्ष की आयु वर्ग के हो उतने मिनट ही प्रभु की ध्यान साधना में लीन होकर चुपचाप बैठे रहना है।
अपनी आयु सीमा के अनुसार ही उतने मिनट एक आसन पर आंखे बंद कर मौन धारण कर बैठ जाना है अगर अंतर्मन में कुछ विचार चल रहे हो उसे भी चलने दें हो सके तो कोई भी मंत्र जप का उच्चारण कर एक दूसरे से कुछ दूरी पर बैठ जायें।
अपनी चेतन मन में कोई दृढ संकल्प लें उससे नई दिशा ऊर्जा शक्ति मिलेगी ।
ऐसा करने से स्वयं को अनुभव होगा और नई ऊर्जा शक्ति के साथ आसपास का वातावरण भी सकारात्मक परिणाम देगा।
नव वर्ष में नई आशाओं के साथ एक दूसरे के साथ संकल्प भी ले ताकि आने वाला नया साल अत्यधिक महत्वपूर्ण हो।
जीवन मे नए साल आने से उत्साहित होने के बजाय खुद को बदलना ही नए साल का अद्भुत क्षमता शक्ति से भरपूर आनंद देगा।
साल तो बदलते ही रहेंगे अब हम सभी को अपने आपको बदलना होगा।
शशिकला व्यास ✍️