नववर्ष मुक्तक
“मुक्तक”
हर एक पल हर घड़ी, सिर्फ खुशहाल हो।
ओ गुनगुनाती हुई, वक़्त की चाल हो।।
नफ़रतें दूर हों, सिर्फ चाहत रहे
ऐसा सबके लिये, ये नया साल हो।।
श्री राकेश “राज”
“मुक्तक”
हर एक पल हर घड़ी, सिर्फ खुशहाल हो।
ओ गुनगुनाती हुई, वक़्त की चाल हो।।
नफ़रतें दूर हों, सिर्फ चाहत रहे
ऐसा सबके लिये, ये नया साल हो।।
श्री राकेश “राज”