नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
भाव दया का हो मन में अंतर में अमिट अभय हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो,नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
जीवन की कंटीली राहों में
लाखों बाधाएं आएँगी
लेंगीं तुम्हारी कठिन परीक्षा
सत्पथ से भटकायेंगी
मगर तू डांवाडोल न होना
मस्ती में चलते रहना
कितनी भी अँधेरी रात घिरे
बन दीप सदा जलते रहना
धीरज मत खोने देना कितना भी कठिन समय हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो,नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
सपनों और संकल्पों की
फिर दुनिया नयी सजायेंगे
भेदेंगे कुछ नए लक्ष्य
और कुछ करके दिखलायेंगे
आनी-जानी दुनिया में
कबिरा की बानी लिख देंगे
अबकी बार सफलताओं की
नयी कहानी लिख देंगे
अटल रहे विश्वास स्वयं पर पल भर न संशय हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो,नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
उम्मीदों के खेतों में
खुशियों की फसलें बोनी है
संबंधों की जंजीरों में
कड़ियाँ नयी पिरोनी है
कन्याकुमारी का दक्षिण तट
या कश्मीर की वादी हो
सबका हो सम्मान सुरक्षित
और पूरी आजादी हो
भूखा-नंगा रहे न कोई सबका जीवन सुखमय हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो,नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
भारत के युवाओं जागो
अपने भारत का गुणगान करो
अपनी संस्कृति अपनी भाषा पर
अब तो अभिमान करो
देखो कितनी पुण्य धरा ये
सदियों पुराना ज्ञान यहीं
लेते हैं अवतार कभी तो
आते हैं भगवान यहीं
यही ईश से मांगूं वर सर्वत्र तुम्हारी ही जय हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो
बढ़ा हुआ पग हटे न पीछे
ऐसी शान बना लेंगे
नहीं चुनेंगे राह पुरानी
अपनी राह बना लेंगे
सवा लाख ते एक लड़ाऊँ
गुरु गोविन्द ने बोला था
इसीलिए तो दीवानों ने
रंगा बसंती चोला था
कुर्बानी की बात चले तो सबसे आगे ‘संजय’ हो
नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो नववर्ष तुम्हे मंगलमय हो