नवरात्रि
ज्योत से ज्योत जगाते हुए,माता रानी का नाम लेते हुए।
गुणगान करते हैं हम सब आपका,
सच करदे सपने नाम लेते हुए।
दुर्गा हो या कात्यायनी मदानन देवी,
काली मां, अंबे गौरी हो सब रूप लेते हुए।
लक्ष्मी माता हो चाहे चौगानन हो,
ध्यान तेरा शर्तें हर समय नाम लेते हुए।
संतोषी माता का संतोष हो,
सरस्वती माता संगीत का नाम लेते हुए।
नवरात्रि पर्व पर रख लेना पूरा ध्यान,
प्याज लहसुन का परहेज तेरा नाम लेते हुए।
खान मनजीत तू धर कर ध्यान,
नवरात्रि में ऐसा करें ना हो गलत काम।
ज्योत से ज्योत जगाते हुए,
माता रानी का नाम लेते हुए।
पग पग पर चलते हुए,
ध्यान आप सब का धरते हुए
माता माता रटते हुए।
खान मनजीत भावड़िया मजीद
गांव भावड़ तहसील गोहाना सोनीपत हरियाणा