नवरात्रि के नव कमल
नव रात्रि के नव कमल, दें जीवन संदेश ।
सुख शांति समृद्धि का, होवे कभी न लेश ।।
होवे कभी न लेश, दिनों-दिन उन्नति पाएं ।
पाएं मान विशेष, कीर्ती बढ़ती जाये ।।
हो ‘असीम’ आनंद, ख़ुशी का होवे कलरव ।
ऐसी मंगल कामना, बने ये जीवन नित नव ।।