नवयौवना
चित्राधारित रचना
नवयौवना
विधा मनहरण घनाक्षरी
गौर छवि मन भायी,
यौवन के संग आई,
मुदित मंद मुस्काई,
देखो कोई हूर है।
कोमल सुंदर तन,
आई देखो बन- ठन,
देख-देख वेशभूषा,
करती गरूर है।
नैना काले कजरारे,
झुके- झुके मतवारे,
अधरों पर सोमरस,
बढ़ता सरूर है।
कानों में कुंडल धार,
कंठ मोतियन हार,
उज्जवल मुखड़ा है,
चंदा जैसा नूर है।
ललिता कश्यप जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश।