#नवजीवन
🚩 ओ३म् ! हरि ओ३म् !! 🚩
★ #नवजीवन ★
कपोल – कल्पित कथा नहीं
शाश्वत यह सत्य है ।
आज के दिन लौट आए
मान – सम्मान प्राण मेरे ।।
झूम कर जीवन के अँगना
तब ही खुशियाँ नाच उठीं ।
तब ही सौभाग्य चिरायु हुआ
कष्ट हुए अवसान मेरे ।।
दुर्युक्तियों , दुर्योगों और
दुरात्माओं का नाश कर ।
आज के दिन लौट आए
धाम अयोध्या राम मेरे ।।
प्रियवर, मेरे नहीं तेरे नहीं
वे सब के हैं . . . . . ।
सब के मन आह्लाद हो
लक्ष्मी कृपा सब पर बिखेरे ।।
माँ सरस्वती मेरी जिह्वा पर
स्वयं विराजमान हों . . . . . ।
आज का दिन मंगलमय हो
कृपा करें भगवान मेरे ।।
।। जय श्रीराम ।।
★ दीपावली की शुभकामनाएं ! ★
#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७३१२