नये साल में
गीत
नये साल में
भूल पाएं न ऐसी मुलाकात हो।
प्यार बेहद लुटाना नये साल में।।
जब भी तड़पे जिया मुझसे मिलने पिया।
ढूंढ लेना बहाना नये साल में।।
तन्हा तन्हा यूँ जीना भी दुश्वार है।
लोग कहते हैं शायद यही प्यार है।
दिल से धड़कन में उतरे रगों में बसे।
जिंदगी में भी आना नये साल में।।
दिन गुजारे हैं कितने तुझे याद कर।
काटी रातें हैं करवट बदल जागकर।
दर्दे दिल की दवा बन चले आइये।
आ गले से लगाना नये साल में।।
टूट जाएं हदें प्यार में अब सभी।
मिलके अब हम जुदा हो न पाएं कभी।
मैं बनूँ तेरी दुल्हन तू दूल्हा बने।
सारी रस्में निभाना नये साल में।।
श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा