‘ नये जीवन की शुरुआत ‘
मधु के अर्से से चल रहे प्रेम संबंध को विवाह की मुहर लग गई तो उसे लगा की वो गंगा नहा आई । शान – शौकत और विधि – विधान से विवाह संपन्न हुआ , पूजा – पाठ मुँह दिखाई के बाद आज की रात सुहागरात थी । प्रतीक्षा की घड़ी खतम होने को थी प्रेमी पति के रूप में उसके सामने था…थोड़ा इधर – उधर की बात करने के बाद प्रेमी से पति बने पति ने कहा ‘ अब तो हम जीवन भर साथ हैं आज नये जीवन की शुरुआत सिर्फ अच्छी बातों से करते हैं । पूरी रात मधु तो कुछ बोला ही नही पाई वो सिर्फ श्रोता थी पति वक्ता और पति ने अपनी भाभी ( जीठानी ) के बखानों में रात बिता दी…नये जीवन की शुरुआत हो चुकी थी ।
स्वरचित एवं मौलिक
( ममता सिंह देवा ,16/12/2020 )