Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Jan 2020 · 1 min read

नया गीत गाएं

ख्वाबों की अपनी एक बगिया सजाएं
चलो आज हम – तुम नया गीत गाएं

दिल का नया गीत अनमोल सुन लो
धुन हो नई और नए बोल चुन लो
होगा पुराना नहीं कुछ भी इसमें
खुद से नया एक माहौल बुन लो
मिलाकर के सुर आओ गुनगुनाएं
चलो आज हम – तुम नया गीत गाएं

शिकवा गिला कोई फरियाद ना हो
नया दिल हो बिल्कुल नई भावना हो
मन में भले ही न हो और कुछ पर
सदा साथ जीने की ही कामना हो

इसी कामना में जहाँ को भुलाएं
चलो आज हम – तुम नया गीत गाएं

विक्रम कुमार
मनोरा, वैशाली

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 2 Comments · 257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*गोलू चिड़िया और पिंकी (बाल कहानी)*
*गोलू चिड़िया और पिंकी (बाल कहानी)*
Ravi Prakash
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
महसूस किए जाते हैं एहसास जताए नहीं जाते.
शेखर सिंह
विचार
विचार
Godambari Negi
गुरु रामदास
गुरु रामदास
कवि रमेशराज
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
लक्की सिंह चौहान
When you think it's worst
When you think it's worst
Ankita Patel
शक्ति स्वरूपा कन्या
शक्ति स्वरूपा कन्या
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अकेलापन
अकेलापन
Neeraj Agarwal
तुम्हारे जाने के बाद...
तुम्हारे जाने के बाद...
Prem Farrukhabadi
कुछ तो लॉयर हैं चंडुल
कुछ तो लॉयर हैं चंडुल
AJAY AMITABH SUMAN
तुम याद आये !
तुम याद आये !
Ramswaroop Dinkar
"मेरी कलम से"
Dr. Kishan tandon kranti
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
।। रावण दहन ।।
।। रावण दहन ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध
शकुनियों ने फैलाया अफवाहों का धुंध
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
तुम रट गये  जुबां पे,
तुम रट गये जुबां पे,
Satish Srijan
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
नए मौसम की चका चोंध में देश हमारा किधर गया
कवि दीपक बवेजा
* खूब कीजिए प्यार *
* खूब कीजिए प्यार *
surenderpal vaidya
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
संजीव शुक्ल 'सचिन'
आसमान को उड़ने चले,
आसमान को उड़ने चले,
Buddha Prakash
*नया साल*
*नया साल*
Dushyant Kumar
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
हो गई जब खत्म अपनी जिंदगी की दास्तां..
Vishal babu (vishu)
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
Rj Anand Prajapati
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
करो तारीफ़ खुलकर तुम लगे दम बात में जिसकी
आर.एस. 'प्रीतम'
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
भोर अगर है जिंदगी,
भोर अगर है जिंदगी,
sushil sarna
रजनी कजरारी
रजनी कजरारी
Dr Meenu Poonia
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
आखिर कब तक ?
आखिर कब तक ?
Dr fauzia Naseem shad
RKASHA BANDHAN
RKASHA BANDHAN
डी. के. निवातिया
Loading...