नया कानून माँगती हूँ
नया कानून माँगती हूँ ,नूतन संविधान कीजिए ।
रहे सुरक्षित बहू-बेटियाँ ,ऐसा जहान कीजिए।
नित दिन दरिन्दगी बढ़ रहा है ,यह देश शर्मसार है –
गुनाहगारों के लिए मृत्यु दंड का विधान कीजिए।
-लक्ष्मी सिंह
नया कानून माँगती हूँ ,नूतन संविधान कीजिए ।
रहे सुरक्षित बहू-बेटियाँ ,ऐसा जहान कीजिए।
नित दिन दरिन्दगी बढ़ रहा है ,यह देश शर्मसार है –
गुनाहगारों के लिए मृत्यु दंड का विधान कीजिए।
-लक्ष्मी सिंह