नमन करता हूँ मैं
नमन नम नैन करते हैं शहीदों की जवानी को
नमन करता हूँ मैं सूखे हुए आँखों के पानी को
बड़ा ही लाडला था,माँ की वो आँखों का तारा था
था बूढ़े बाप की लाठी वो इकलौता सहारा था
सियासत के दखल का एक ये जिंदा नमूना है
किसी की गोद सूनी है, किसी का सेज सूना है
हजारों लानतें मैं भेजता हूँ राजधानी को
नमन करता हूँ मैं सूखे हुए आँखों के पानी को
पता है लाश पर अब राजनीती खेली जायेगी
झड़ी आरोपों की एक दूसरे पर ठेली जायेगी
अपनी संवेदना आकर के नेता जी जता देना
लगाना जान की कीमत तो बस इतना बता देना
कैसे लौटाओगे तुम बाप उस बिटिया सयानी को
नमन करता हूँ मैं सूखे हुए आँखों के पानी को
गुनाहों को मिटा दे जो वो ताकत तुम नहीं देते
वरदी सक्षम बहुत है पर इजाजत तुम नहीं देते
तुम्हारी खादियों पर खाकियों का खून बिखरा है
तुम्हारी पैरवी करते हुए कानून बिखरा है
प्रार्थना है न अपमानित करो इनकी निशानी को
नमन करता हूँ मैं सूखे हुए आँखों के पानी को