नफरत दिलों की मिटाने, आती है यह होली
(शेर)- होली के इस त्यौहार पर, हम सबको यह बताये।
अपने वतन में भाईचारा, प्रेम, सौहार्द हम बढ़ाये।।
——————————————————————–
नफरत दिलों की मिटाने, आती है यह होली।
भाईचारा वतन में बढ़ाने, आती है यह होली।।
नफरत दिलों की मिटाने————————।।
क्या भला है दुश्मनी में, दोस्ती का हाथ मिलाओ।
छोड़कर अभिमान अपना, सीने से सबको लगाओ।।
मोहब्बत सभी को सिखाने, आती है यह होली।
नफरत दिलों की मिटाने———————-।।
ना कोई छोटा- बड़ा है, होली के इन रंगों में।
समानता- सद्भाव है, होली के इन रंगों में।।
भेदभाव की दीवारें गिराने, आती है यह होली।
नफरत दिलों की मिटाने———————-।।
देश में चैनो- अमन हो, प्रार्थना हम यह करें।
खेलकर होली लहू की, बदनाम धर्म नहीं करें।।
मानवता का पाठ पढ़ाने, आती है यह होली।
नफरत दिलों की मिटाने———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)