नज़रे उठाके देख लो।
नज़रे उठाके देख लो हर सम्त खुदाई ही खुदाई है।
अब तुम काफ़िर ही बन गए हो तो कोई बात नहीं।
हिदायतों का दरवाजा खुला है बन जाओ मोमिन।
वरना बादे हिदायत खुदा तुमको करेगा माफ नहीं।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
नज़रे उठाके देख लो हर सम्त खुदाई ही खुदाई है।
अब तुम काफ़िर ही बन गए हो तो कोई बात नहीं।
हिदायतों का दरवाजा खुला है बन जाओ मोमिन।
वरना बादे हिदायत खुदा तुमको करेगा माफ नहीं।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️