नजरों की चाहत
मेरे सपनों की ख्वाहिश है हर रात मेरे साथ रहे
एक जनम नहीं हर जनम तु मेरे साथ रहे
जब दिल बंद करने वाला हो धड़कने
मेरी नजरों की चाहत है
मेरे हंथो में तेरा हांथ रहे।
संजय कुमार✍️✍️
मेरे सपनों की ख्वाहिश है हर रात मेरे साथ रहे
एक जनम नहीं हर जनम तु मेरे साथ रहे
जब दिल बंद करने वाला हो धड़कने
मेरी नजरों की चाहत है
मेरे हंथो में तेरा हांथ रहे।
संजय कुमार✍️✍️