नई सुबह नव वर्ष की
नई सुबह नव वर्ष की, लेकर आए हर्ष।
बीते खुशियों से भरा, आने वाला वर्ष।।
अपने अपने रंग में, रंगा यह नव वर्ष।
डूबा सारा जगत है, मना रहा है हर्ष।।
साल बाईस का दिवस, बीत रहा है आज।
आने वाले वर्ष का , शुरू हुआ आगाज।।
प्रभु से मेरी कामना, सबको रखें निरोग।
हर घर खुशियाँ हो सदा, ऐसा हो संयोग।।
खुशी अधूरी मानिए, साथ नहीं जब मित्र।
आंखों से हटता नहीं, उनका प्यारा चित्र।।
—– जेपीएल