ठिकरा विपक्ष पर फोडा जायेगा
ठिकरा विपक्ष पर फोडा जायेगा,
नंबर सबका आयेगा, बिन इंतजार,
ये पैसा अमीरी का कर रहा सफर,
पंद्रह लाख खाते में,जायेंगे अखर,
सुन अभी रुक, इतना मत बिफर .
बात न बिकने देने की करते जायेगा,
मील के पत्थर तक को बेचा जायेगा.
गर्व था हमें भारतीय होने पर,
भारतीय नामित वंश खत्म हो जायेगा,
कोख तक भी चढ़ गई किराये पर.
तस्कर नजर लड़कियों पर रखेगा,
नारा होगा, लड़की बिक्री बंद करो.
जब तलक होश महेन्द्र को आयेगा.
दुर्दशा हो जायेगी जन मानस की,
अग्निवीर अग्निपथ के सांचे में ढल आयेगा,
बहुत तबाही जन-मानस पर ढहायेगा,
रक्षा देश की नहीं, खैरियत अपनी मांगेगा
जुल्मी जुल्म ढहायेगा, आज मकान पर
कल ध्यान रोटी कपडे स्वच्छंद छवि पर.
उसके बाद जो हिंदुत्व हिंदुत्व चिल्ला रहे
उनसे हुक्का चील्म भरवाया जायेगा.
ना तरस जाये रोटी पानी और वस्त्र को
ठिकरा विपक्ष के सिर पर फोडे जायेगा.
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नंबर सबका आयेगा,परचम लहरायेगा,
बचेगा सिर्फ़ तथाकथित हिंदुत्व वादी,
हिंदुत्व सार समझ प्यारे वरन् पछतायेगा
जस् रचा गया नरक स्वर्ग पाप पुण्य
तस् अभेद्य किले को कैसे भेद पायेगा,
मर्जी के श्वास दिये जायेंगे पंप लगा,
लाख कर कोशिश,इच्छा मृत्यु मांगेगा,
प्रभु की मर्जी बता,तड़फाया जायेगा.
©दूरदर्शिता हंस महेन्द्र सिंह