ध्यान।
मानव जीवन में ध्यान योग का बहुत महत्त्व है। इसलिए ही त्रषि मुनि प्रतिदिन ईश्वर का ध्यान किया करते थे।ध्यान में बहुत बड़ी शक्ति होती है।जब अपने परिवार का कोई सदस्य किसी भी वस्तु को भूल रहा होता है। तो माता पिता कहते हैं कि,ध्यान करो फला चीज कहां रखी है। थोड़ी देर वह व्यक्ति ध्यान करता है। और वस्तु मिल जाती है। पहले हमारे त्रषि मुनि ध्यान लगाकर यह देख लेते थे कि कहां पर क्या हो रहा है।यह क्रिया मनुष्य को प्रतिदिन करना चाहिए। तभी उसे ईश्वर शक्ति दे देते हैं।आपको हमेशा सुबह के चार बजे उठ कर ध्यान लगाना चाहिए। आपकी कितनी बड़ी से बड़ी परेशानी टल जायेगी।यह ध्यान की शक्ति होती है।यह काम जब हम प्रति दिन करते हैं। तो शक्ति में परिवर्तित होने लगता है।