धोखा
इक धोखा,
जिसमें ‘खा’ नहीं है सिर्फ ‘धो’ है,
जिसमें सत्ता वही है पर
खुद को लोकतंत्र से धो रहा है,
इक धोखा,
जिसमें ‘धो’ नहीं है सिर्फ ‘खा’ है,
यहां तंत्र खा रहा इतना कि
चमड़ी पर नाक, मुँह बचा है
धो कर, खा कर
साफ-सुथरा ,हट्टा -कट्टा धोखा
इक धोखा,
जिसमें ‘खा’ नहीं है सिर्फ ‘धो’ है,
जिसमें सत्ता वही है पर
खुद को लोकतंत्र से धो रहा है,
इक धोखा,
जिसमें ‘धो’ नहीं है सिर्फ ‘खा’ है,
यहां तंत्र खा रहा इतना कि
चमड़ी पर नाक, मुँह बचा है
धो कर, खा कर
साफ-सुथरा ,हट्टा -कट्टा धोखा