धूप की सौगात आती है (मुक्तक)
धूप की सौगात आती है (मुक्तक)
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चमकते चन्द्रमा-तारों की अक्सर रात आती है
खिले गेंदा-गुलाबों की महक की बात आती है
मिलेगी आपको जाड़ों में कोहरे की घनी चादर
बड़ी किस्मत से लेकिन धूप की सौगात आती है
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451