Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2017 · 1 min read

धर्म की कहानियां//निजता की दुश्मन है !!!

शराब बे-आबरु करती है !
कौन नहीं जानता !
लेकिन धर्म के पाशों से जमाना !
क्यों हैं ?? अनभिज्ञ !!!
.
सोम-रस सुरा का पान करने वाले
किसी भी देव को दैत्य नहीं समझा गया !
सुर असुरों में कलह पुराना है !
वस्तुतः परम्परागत आज भी चढ़ावा
एवं प्रसाद चालू है !
.
उसी शराब का प्रयोग
एक जगह इज्जत बढ़ाता है !
दूसरे स्थानों पर बे-आबरु करती है !!
.
धर्म का प्रसाद !
जाति-व्यवस्था, वर्ण-विभाजन,
वर्ग की उत्पत्ति को यह धर्म-निरपेक्ष देश किस दृष्टिकोण से देखता है !
.
कट्टरता को सराहा गया/सम्मान मिला,श्रेय दिया गया !
धर्म में कट्टरता के कारण जो निजता के आकार और शक्ल को जो नुकसान पहुंचने वाला था सो
नानक गुरु, बुद्ध महात्मा, जैन महावीर, भक्ति आंदोलन के संतो ने पूर्व आभास से निजता की पहचान को नुकसान से बचाया !
.
अन्यथा मानवता वैयक्तिकता !
निजता का दुश्मन कट्टरपंथी !
माहौल ने !!!
सोने की चिड़िया को गुलामी की जंजीर से मुक्त नहीं होने दिया !!!

विशेष:-लेख का उद्देश्य किसी की
भावनाओं को आहट करना नहीं है !
नशे शराब तंबाकू आदि निजता और अध्यात्म के मार्ग में बाधक तत्व है !

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 1 Comment · 491 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahender Singh
View all

You may also like these posts

गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी
गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
विरासत की वापसी
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
सुना ह मेरी गाँव में तारीफ बड़ी होती हैं ।
सुना ह मेरी गाँव में तारीफ बड़ी होती हैं ।
Ashwini sharma
काल्पनिक अभिलाषाओं में, समय व्यर्थ में चला गया
काल्पनिक अभिलाषाओं में, समय व्यर्थ में चला गया
Er.Navaneet R Shandily
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
जब जब जिंदगी में  अंधेरे आते हैं,
जब जब जिंदगी में अंधेरे आते हैं,
Dr.S.P. Gautam
अखिला कुमुदिनी
अखिला कुमुदिनी
Santosh Soni
13) “धूम्रपान-तम्बाकू निषेध”
13) “धूम्रपान-तम्बाकू निषेध”
Sapna Arora
चित्र और चरित्र
चित्र और चरित्र
Lokesh Sharma
दास्ताने-कुर्ता पैजामा [ व्यंग्य ]
दास्ताने-कुर्ता पैजामा [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं
सुना है जो बादल गरजते हैं वो बरसते नहीं
Sonam Puneet Dubey
जिंदगी
जिंदगी
Dr.Priya Soni Khare
हार भी स्वीकार हो
हार भी स्वीकार हो
Dr fauzia Naseem shad
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
स्वयं से सवाल
स्वयं से सवाल
Rajesh
*एक व्यक्ति के मर जाने से, कहॉं मरा संसार है (हिंदी गजल)*
*एक व्यक्ति के मर जाने से, कहॉं मरा संसार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बस तुम हो और परछाई तुम्हारी, फिर भी जीना पड़ता है
बस तुम हो और परछाई तुम्हारी, फिर भी जीना पड़ता है
पूर्वार्थ
अपना दर्द छिपाने को
अपना दर्द छिपाने को
Suryakant Dwivedi
ज्योत्सना
ज्योत्सना
Kavita Chouhan
फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है
फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है
Rituraj shivem verma
शिक्षक ही तो देश का भाग्य निर्माता है
शिक्षक ही तो देश का भाग्य निर्माता है
gurudeenverma198
चार शेर मारे गए, दर्शक बने सियार।
चार शेर मारे गए, दर्शक बने सियार।
*प्रणय*
4628.*पूर्णिका*
4628.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पता नहीं किसी को कैसी चेतना कब आ जाए,
पता नहीं किसी को कैसी चेतना कब आ जाए,
Ajit Kumar "Karn"
पत्थर की अभिलाषा
पत्थर की अभिलाषा
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
Neelofar Khan
"ख़ासियत"
Dr. Kishan tandon kranti
चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ
चमेली के औषधीय गुणों पर आधारित 51 दोहे व भावार्थ
आकाश महेशपुरी
मन सोचता है...
मन सोचता है...
Harminder Kaur
Loading...