धन-निधन
✒️?जीवन की पाठशाला ??️
जीवन चक्र में सामाजिक दकियानूसी विचारों और अखबार की ख़बरों ने मुझे सिखाया की माँ बाप को झूटी शान -मर्यादा त्याग कर अगर वैवाहिक बेटी का जीवन लालच -दहेज़ -घरेलु हिंसा के कारण बिगड़ रहा है तो उसे प्रेम से अपना कर उसका हौसला बढ़ाना चाहिए ,पर हकीकत में लड़की मायके में हैं लोग क्या कहेंगें इस डर से माँ बाप हमेशा के लिए अपनी बेटियों से हाथ धो बैठते हैं …,निर्णय आपका एक तलाकशुदा जीवित बेटी या सामाजिक शर्म से बेटी की माला लगी तस्वीर …,
जीवन चक्र के सफर में कहीं पढ़ने में आया की जीवन भर इंसान धन के पीछे जाने अनजाने कई गुनाह कार्य है /भागता है एवं मृत्यु उपरांत सब उसके निधन को देखते -पढ़ते हैं …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो लोग कल तक कहा करते थे की कभी कोई काम हो तो बताना -जमाना बदल सकता है हम नहीं ,वो ही लोग बदलने वालों की मेरिट लिस्ट में टॉप पर थे …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की रिश्ता कैसा भी हो कहीं न कहीं थोड़ा बातों का -राज का छुपाव /भरम जरुरी है वर्ना आइने समान हकीकत सामने आने पर आप खुद को भी खो बैठते हैं …!
बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??