Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2021 · 1 min read

धन-निधन

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र में सामाजिक दकियानूसी विचारों और अखबार की ख़बरों ने मुझे सिखाया की माँ बाप को झूटी शान -मर्यादा त्याग कर अगर वैवाहिक बेटी का जीवन लालच -दहेज़ -घरेलु हिंसा के कारण बिगड़ रहा है तो उसे प्रेम से अपना कर उसका हौसला बढ़ाना चाहिए ,पर हकीकत में लड़की मायके में हैं लोग क्या कहेंगें इस डर से माँ बाप हमेशा के लिए अपनी बेटियों से हाथ धो बैठते हैं …,निर्णय आपका एक तलाकशुदा जीवित बेटी या सामाजिक शर्म से बेटी की माला लगी तस्वीर …,

जीवन चक्र के सफर में कहीं पढ़ने में आया की जीवन भर इंसान धन के पीछे जाने अनजाने कई गुनाह कार्य है /भागता है एवं मृत्यु उपरांत सब उसके निधन को देखते -पढ़ते हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो लोग कल तक कहा करते थे की कभी कोई काम हो तो बताना -जमाना बदल सकता है हम नहीं ,वो ही लोग बदलने वालों की मेरिट लिस्ट में टॉप पर थे …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की रिश्ता कैसा भी हो कहीं न कहीं थोड़ा बातों का -राज का छुपाव /भरम जरुरी है वर्ना आइने समान हकीकत सामने आने पर आप खुद को भी खो बैठते हैं …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??

Language: Hindi
Tag: लेख
309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नये साल के नये हिसाब
नये साल के नये हिसाब
Preeti Sharma Aseem
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
नारी कब होगी अत्याचारों से मुक्त?
कवि रमेशराज
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
रख लेना तुम सम्भाल कर
रख लेना तुम सम्भाल कर
Pramila sultan
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
माँ सरस्वती अन्तर्मन मन में..
Vijay kumar Pandey
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
करना था यदि ऐसा तुम्हें मेरे संग में
gurudeenverma198
*अपने अंतर्मन में बैठे, शिव का आओ कुछ ध्यान धरें (राधेश्यामी
*अपने अंतर्मन में बैठे, शिव का आओ कुछ ध्यान धरें (राधेश्यामी
Ravi Prakash
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
Ajit Kumar "Karn"
ऊँ गं गणपतये नमः
ऊँ गं गणपतये नमः
Neeraj Agarwal
श्याम की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम की महिमा भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
नयनजल
नयनजल
surenderpal vaidya
"आत्ममुग्धता"
Dr. Kishan tandon kranti
बहुत तरासती है यह दुनिया जौहरी की तरह
बहुत तरासती है यह दुनिया जौहरी की तरह
VINOD CHAUHAN
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
पीयूष गोयल के २० सकारात्मक विचार.
Piyush Goel
बचपन मेरा..!
बचपन मेरा..!
भवेश
నమో నమో నారసింహ
నమో నమో నారసింహ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
नसीबों का मुकद्दर पर अब कोई राज़ तो होगा ।
Phool gufran
बीती बिसरी
बीती बिसरी
Dr. Rajeev Jain
अजीब बात है
अजीब बात है
shabina. Naaz
🙅बताएं चापलूस🙅
🙅बताएं चापलूस🙅
*प्रणय*
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
4915.*पूर्णिका*
4915.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वरदान है बेटी💐
वरदान है बेटी💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
छोड़ दिया ज़माने को जिस मय के वास्ते
sushil sarna
"बेरोजगार या दलालों का व्यापार"
Mukta Rashmi
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
Ranjeet kumar patre
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
खिड़कियां हवा और प्रकाश को खींचने की एक सुगम यंत्र है।
Rj Anand Prajapati
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
हर रात मेरे साथ ये सिलसिला हो जाता है
Madhuyanka Raj
Loading...