Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Aug 2024 · 1 min read

धनुष वर्ण पिरामिड

धनुष वर्ण पिरामिड

है
शिव
प्रतिभा
कण-कण
व्यापक, अति
सम्मोहक,छवि
पावन भावन है

मानव से ऊपर
सबसे ऊपर
साध्य फकीरी
स्वतंत्रता
जीवन
शैली
है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

एक  दोस्त  ही  होते हैं
एक दोस्त ही होते हैं
Sonam Puneet Dubey
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
राधा कृष्ण
राधा कृष्ण
रुपेश कुमार
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
सौदा हुआ था उसके होठों पर मुस्कुराहट बनी रहे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
एक होस्टल कैंटीन में रोज़-रोज़
Rituraj shivem verma
*मंत्री जी भी कभी किसी दिन, ई-रिक्शा पर बैठें तो (हिंदी गजल-
*मंत्री जी भी कभी किसी दिन, ई-रिक्शा पर बैठें तो (हिंदी गजल-
Ravi Prakash
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
तुम मुझसे ख़फ़ा हो गए हो
शिव प्रताप लोधी
जग में सबसे प्यारा है ये,अपना हिंदुस्तान
जग में सबसे प्यारा है ये,अपना हिंदुस्तान
Dr Archana Gupta
समय चक्र
समय चक्र
Sudhir srivastava
गुरुर ज्यादा करोगे
गुरुर ज्यादा करोगे
Harminder Kaur
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"हर बार जले है दीप नहीं"
राकेश चौरसिया
01/05/2024
01/05/2024
Satyaveer vaishnav
एक दोस्त है...
एक दोस्त है...
Abhishek Rajhans
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Under this naked sky, I wish to hold you in my arms tight.
Manisha Manjari
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
ना समझ आया
ना समझ आया
Dinesh Kumar Gangwar
मानव जीवन की बन यह पहचान
मानव जीवन की बन यह पहचान
भरत कुमार सोलंकी
#विषय उलझन
#विषय उलझन
Rajesh Kumar Kaurav
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
बाण माताजी री महिमां
बाण माताजी री महिमां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कर्क चतुर्थी
कर्क चतुर्थी
मधुसूदन गौतम
मेरी अभिलाषा है
मेरी अभिलाषा है
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
..
..
*प्रणय*
अंतरिक्ष के चले सितारे
अंतरिक्ष के चले सितारे
कवि दीपक बवेजा
रास्तों पर नुकीले पत्थर भी हैं
रास्तों पर नुकीले पत्थर भी हैं
Atul "Krishn"
Loading...