धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
हे
मेरे
मोहक
प्रियवर
तुम शीतल
करते सूरज
जो तप्त बहुत था
तुम मेघ बने हो
जलते जग को
तृप्त किये हो
धन्यवाद
तुझको
प्रिय
को।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
धनुष वर्ण पिरामिड
हे
मेरे
मोहक
प्रियवर
तुम शीतल
करते सूरज
जो तप्त बहुत था
तुम मेघ बने हो
जलते जग को
तृप्त किये हो
धन्यवाद
तुझको
प्रिय
को।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।