दो हंसो का जोडा़ हम
दो हंसो का जोडा़ हम
आधा आधा पुरा हम
ईकाई मै ईकाई तुम
दोनो मिलकर दहाई हम
हम लिलें तो शब्द बने
जैसे कागज स्याही हम
हवा बसंती मस्त बयार
तो झूलों का हिलोडा़ हम
दो हंसो का जोडा़ हम
आधा आधा पुरा हम
राधा कृष्ण सी निर्मलता हम में
प्रेम कि उज्वलता हम में
सिताराम ह्रदय विराजे
चांद कि सितलता हम में
हम्हीं हैं दिन रात और
साम और सवेरा हम
दो हंसो का जोडा़ हम
आधा आधा पुरा हम
अपना और पराया हम से
धन दौलत कि माया हम से
गुलाब कि खुशबु हम हैं
पिपल कि छाया हम से
जितना आधा धरती अंबर
उतना हि अधुरा हम
दो हंसो का जोडा़ हम
आधा आधा पुरा हम