दो शेर – (ढूंढता हूं) -राना लिधौरी
दो शेयर पेश-ए-खिदमत है-
इस अंधेरे का किनारा ढूंढता हूं।
अपनी किस्मत का सितारा ढूंढता हूं।।
*****
राह में तेरी खड़ा इक ठूंठ सा।
अब बहारों का नज़ारा ढूंढता हूं।।
###
@- राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,टीकमगढ़ (म.प्र.)
पिनकोड – 472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com