Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2021 · 1 min read

दो टूक सवाल

ना मार के
ना लूट के
सवाल बा
दो टूक के…
आख़िर कवन
कारन बा
देश में एतना
फूट के…
सपना कबले
कुचलल जाई
हाकिम लोग के
बुट से…
जनता केतना
फुसलावल जाई
वादा से
झूठ-मूठ के…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#जनवादीगीतकार

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
147 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
24/243. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/243. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
gurudeenverma198
मुक्तक
मुक्तक
Vandana Namdev
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
DrLakshman Jha Parimal
विचार, संस्कार और रस-4
विचार, संस्कार और रस-4
कवि रमेशराज
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
लक्की सिंह चौहान
भाग्य
भाग्य
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
"" *प्रेमलता* "" ( *मेरी माँ* )
सुनीलानंद महंत
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है
प्रेमदास वसु सुरेखा
औरत की दिलकश सी अदा होती है,
औरत की दिलकश सी अदा होती है,
Ajit Kumar "Karn"
"आतिशे-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
* का बा v /s बा बा *
* का बा v /s बा बा *
Mukta Rashmi
जो भी मिल जाए मत खाओ, जो स्वच्छ मिले वह ही खाओ (राधेश्यामी छ
जो भी मिल जाए मत खाओ, जो स्वच्छ मिले वह ही खाओ (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
मुहब्बत करने वालों
मुहब्बत करने वालों
shabina. Naaz
हम उस महफिल में भी खामोश बैठते हैं,
हम उस महफिल में भी खामोश बैठते हैं,
शेखर सिंह
मनु-पुत्रः मनु के वंशज...
मनु-पुत्रः मनु के वंशज...
डॉ.सीमा अग्रवाल
चढ़ता सूरज ढलते देखा,
चढ़ता सूरज ढलते देखा,
Satish Srijan
जज़्बात - ए बया (कविता)
जज़्बात - ए बया (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
🙅क्षमा करें🙅
🙅क्षमा करें🙅
*प्रणय*
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
खुदा ने तुम्हारी तकदीर बड़ी खूबसूरती से लिखी है,
Chaahat
नौकरी
नौकरी
Rajendra Kushwaha
कंटक जीवन पथ के राही
कंटक जीवन पथ के राही
AJAY AMITABH SUMAN
पड़ोसन के वास्ते
पड़ोसन के वास्ते
VINOD CHAUHAN
स्वार्थ से परे !!
स्वार्थ से परे !!
Seema gupta,Alwar
लहरें जीवन की हों, या जल की ..
लहरें जीवन की हों, या जल की ..
पूर्वार्थ
ये दौलत भी लेलो ये सौहरत भी लेलो
ये दौलत भी लेलो ये सौहरत भी लेलो
Ranjeet kumar patre
"चाँद"
Dr. Kishan tandon kranti
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
दुर्लभ हुईं सात्विक विचारों की श्रृंखला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...