*दो टूक बात*
दो टूक बात
यदि आपके जेब में अपनी कमाई का भरपूर पैसा है तो कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका पहनावा साधारण है… बाहरी बट तो वो लोग बना कर रखते हैं जिनके जेब को उधारी की लत लगी रहती है…जब आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपैया हो तभी दिखावे की जरूरत पड़ती है। आखिर उधार कोई ऐसे ही तो नहीं दे देगा, जब किसी को उधारी चुकाने वाला वट दिखेगा तभी तो कोई उधार देगा न …
✍️प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान©
सागर मध्यप्रदेश ( 14 अक्टूबर 2024)