Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2024 · 1 min read

दो ग़ज़ जमीं अपने वास्ते तलाश रहा हूँ

बेबसी और बेकसी के बीच रास्ते तलाश रहा हूँ,
महँगे बाज़ार में सामान, सस्ते तलाश रहा हूँ।
🌺🌺
कौन आए, दोपहर की धूप में मिलने मुझसे ,
तंग दौर में टिकने वाले, रिश्ते तलाश रहा हूँ।
🌺🌺
मुश्किलों का समंदर सिर पे ठहरा है इन दिनों,
हिफ़ाज़त के ठौर ठिकाने पुश्ते तलाश रहा हूँ।
🌺🌺
मेरी बदहाली में ख़ूब मिले जो बारहा मुझसे,
अच्छे दिनों कहाँ गये, वो फ़रिश्ते तलाश रहा हूँ।
🌺🌺
बहुत कर ली रहमदिली ख़ाकछानी भी हमने,
अब दो ग़ज़ जमीं अपने वास्ते तलाश रहा हूँ।

30 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shreedhar
View all
You may also like:
* पत्ते झड़ते जा रहे *
* पत्ते झड़ते जा रहे *
surenderpal vaidya
विडम्बना और समझना
विडम्बना और समझना
Seema gupta,Alwar
"अपना"
Yogendra Chaturwedi
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
लोग समझते हैं
लोग समझते हैं
VINOD CHAUHAN
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
अपने पुस्तक के प्रकाशन पर --
Shweta Soni
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते
Manju sagar
2760. *पूर्णिका*
2760. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तेरी इस बेवफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
तेरी इस बेवफाई का कोई अंजाम तो होगा ।
Phool gufran
मंदिर बनगो रे
मंदिर बनगो रे
Sandeep Pande
■ जिसे जो समझना समझता रहे।
■ जिसे जो समझना समझता रहे।
*प्रणय प्रभात*
धरती माँ ने भेज दी
धरती माँ ने भेज दी
Dr Manju Saini
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
जिंदगी की दास्तां,, ग़ज़ल
Namita Gupta
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
UPSC-MPPSC प्री परीक्षा: अंतिम क्षणों का उत्साह
पूर्वार्थ
पुराना साल जाथे नया साल आथे ll
पुराना साल जाथे नया साल आथे ll
Ranjeet kumar patre
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
// तुम सदा खुश रहो //
// तुम सदा खुश रहो //
Shivkumar barman
*देखने लायक नैनीताल (गीत)*
*देखने लायक नैनीताल (गीत)*
Ravi Prakash
तन्हाई को जश्न दे चुका,
तन्हाई को जश्न दे चुका,
goutam shaw
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Bodhisatva kastooriya
मज़दूर दिवस
मज़दूर दिवस
Shekhar Chandra Mitra
इन आँखों को भी अब हकीम की जरूरत है..
इन आँखों को भी अब हकीम की जरूरत है..
Tarun Garg
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
कलानिधि
कलानिधि
Raju Gajbhiye
बुक समीक्षा
बुक समीक्षा
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
नीला सफेद रंग सच और रहस्य का सहयोग हैं
नीला सफेद रंग सच और रहस्य का सहयोग हैं
Neeraj Agarwal
"मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
Sanjay ' शून्य'
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ़
Neelam Sharma
ज़िंदगी के सवाल का
ज़िंदगी के सवाल का
Dr fauzia Naseem shad
Loading...