दोहे
दोहे-
राजनीति ने कर दिया,कितना काम महान।
जाति-धर्म में वोट हित,बाँट दिए भगवान।।1
शैशव प्यारी भोर है,यौवन दिन अभिराम।
वृद्धावस्था लग रही ,जैसे ढलती शाम।।2
जरा मृत्यु से ज़िंदगी,कभी न पाती जीत।
सत्ता दौलत शक्ति पद,सब जाते हैं रीत।।3
देख मुसीबत में फँसा ,हँसते अपने लोग।
हे प्रभु दुनिया को लगा,कैसा कुत्सित रोग।।4
डाॅ बिपिन पाण्डेय