दोहे-*
दोहे-*
कभी सत्य के पक्ष में,देना नहीं बयान।
हो जाएगी ज़िन्दगी,खुशियों से वीरान।।
—
छँटते जीवन से तभी ,छाए दुख के मेह।
जब रहती है परस्पर,सन्मति पसरी गेह।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय
दोहे-*
कभी सत्य के पक्ष में,देना नहीं बयान।
हो जाएगी ज़िन्दगी,खुशियों से वीरान।।
—
छँटते जीवन से तभी ,छाए दुख के मेह।
जब रहती है परस्पर,सन्मति पसरी गेह।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय