दोहे साहित्य विज्ञान
1(साहित्य)
जैसे इस संसार को, चमकाता आदित्य।
वैसे दिशा समाज को ,दिखलाता साहित्य।।
2(दहेज)
पहले कभी दहेज था,कन्याधन का नाम।
लालच ने इंसान के, किया नाम बदनाम।।
3(विज्ञान)
आवश्यकता ने किये, देखो आविष्कार।
किया आज विज्ञान ने, है कितना विस्तार ।।
हमें चाँद के पास तक, ले आया इंसान ।
बचा न पाया मौत से,पर अब तक विज्ञान।।
11-10-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद