दोहे… चापलूस
13/03/2023
चाटे जब तक ठीक है , काटे तब नुकसान।
दुष्ट मनुज को है कहाँ , सज्जन की पहचान।।१
दुष्टों को दुत्कारिए , क्या उनका सत्कार।
डण्डा लेकर हाथ में , खूब करें मनुहार।।२
दुर्जन से मत कीजिए , ज्यादा मेल मिलाप।
जाने कब क्या बोल दे , करना पड़े विलाप ।।३।।
दूर रहे संवाद से , जहाँ कुटिल का वास ।
बिना बात मुँह खोलते , बे – बुद्धि के दास।।४।।
द्वारा :- 🖋️🖋️
लक्ष्मीकान्त शर्मा ‘रुद्र’