दोहें आजकल के हालात पर
हर कोई करता रहा, अपने पन का ढोंग।
दूर हमारा भ्रम कियें, थें कुछ अपने लोग।।
कह दूँ जो मैं सच अगर, जायेगा सब छूट।
रिश्ते अब तो चल रहे, बोल झूठ पर झूठ।।
मचा हुआ है हर तरफ, रिश्तों की बस लूट।
अपने हरदम साथ हैं, सभी भ्रम गये टूट।।
✍️ सतेन्द्र गुप्ता
पडरौना-कुशीनगर
मो. :- 6393000233