Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Dec 2022 · 1 min read

दोहा

आये हम दुआओं से, गए दवा के साथ।
साँसों में सपने जड़े, खाली सबके हाथ।।

सूर्यकांत

Language: Hindi
136 Views
Books from Suryakant Dwivedi
View all

You may also like these posts

रोला छंद. . . . बाल दिवस
रोला छंद. . . . बाल दिवस
sushil sarna
उलझ गई है दुनियां सारी
उलझ गई है दुनियां सारी
Sonam Puneet Dubey
विषय-घटता आँचल
विषय-घटता आँचल
Priya princess panwar
The enchanting whistle of the train.
The enchanting whistle of the train.
Manisha Manjari
बदरिया जान मारे ननदी
बदरिया जान मारे ननदी
आकाश महेशपुरी
* नव जागरण *
* नव जागरण *
surenderpal vaidya
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
हमने कब कहा था , इंतजार नहीं करेंगे हम.....।।
Buddha Prakash
ईश्क अतरंगी
ईश्क अतरंगी
Sonu sugandh
कैसे एतबार करें।
कैसे एतबार करें।
Kumar Kalhans
जंगल की आग
जंगल की आग
Lalni Bhardwaj
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
सुबह
सुबह
indravidyavachaaspatitiwari
हम राज़ अपने हर किसी को  खोलते नहीं
हम राज़ अपने हर किसी को खोलते नहीं
Dr Archana Gupta
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
बधईया बाजे नंद बाबा घर में
singh kunwar sarvendra vikram
सड़क
सड़क
SHAMA PARVEEN
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
जब हम सोचते हैं कि हमने कुछ सार्थक किया है तो हमें खुद पर गर
ललकार भारद्वाज
..
..
*प्रणय*
कहो इसकी वजह क्या है
कहो इसकी वजह क्या है
gurudeenverma198
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
हवस अपनी इंतहा पार कर गई ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
ज़ेहन उठता है प्रश्न, जन्म से पहले कहां थे, मौत के बाद कहां
ज़ेहन उठता है प्रश्न, जन्म से पहले कहां थे, मौत के बाद कहां
Dr.sima
*बन्नो की सगाई*
*बन्नो की सगाई*
Dr. Vaishali Verma
पुरुष और स्त्री
पुरुष और स्त्री
पूर्वार्थ
" सजदा "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम क्या जानो
तुम क्या जानो
Jai Prakash Srivastav
सवाल ये नहीं
सवाल ये नहीं
Dr fauzia Naseem shad
चांदनी के लिए
चांदनी के लिए
Deepesh Dwivedi
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
लोगों को ये चाहे उजाला लगता है
Shweta Soni
कली कचनार सुनर, लागे लु बबुनी
कली कचनार सुनर, लागे लु बबुनी
Er.Navaneet R Shandily
लंका दहन
लंका दहन
Jalaj Dwivedi
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
Loading...