दोहा
ज्यादा मै बोलू नहीं
ना मुझको इतना ज्यादा ज्ञान
सौ बात कि एक बात कहूं
गधे को चना खिलाने से
घोड़े जैसे ना आवत है उसमे ज्ञान ।
ज्यादा मै बोलू नहीं
ना मुझको इतना ज्यादा ज्ञान
सौ बात कि एक बात कहूं
गधे को चना खिलाने से
घोड़े जैसे ना आवत है उसमे ज्ञान ।