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गुमनाम 'बाबा'
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28 Sep 2024 · 1 min read
दोहा
दोहा
दान दिए से सुख मिले, रिश्वत से संताप।
बेशक कुछ दिन-देर हो, फल पाएंगे आप।।
©दुष्यंत ‘बाबा’
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