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25 Sep 2018 · 1 min read

दोहा

आज हमें लगते नहीं, मात पिता भगवान ।
इधर उधर हैं खोजते, ‘प्रखर’देख हैरान ।।

Language: Hindi
1 Like · 385 Views
Books from सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
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