Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
#2 Trending Author
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
83 Followers
Follow
Report this post
26 Oct 2023 · 1 min read
दोहा
दोहा
लोग समझ पाते नहीं,जब हो लेखन खास।
वे पढ़ते हैं शब्द को,कवि लिखता अहसास।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 320 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
डॉ.सीमा अग्रवाल
क्यों नहीं लोग.....
Ajit Kumar "Karn"
जब कोई हो पानी के बिन……….
shabina. Naaz
समझदारी शांति से झलकती हैं, और बेवकूफ़ी अशांति से !!
Lokesh Sharma
सवेदना
Harminder Kaur
चेहरा सब कुछ बयां नहीं कर पाता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बादलों से बिछड़ कर बूंदे भी रोई होगी
Rekha khichi
पुष्पों का पाषाण पर,
sushil sarna
सरस्वती वंदना
Sushil Pandey
गुरु...! गूगल दोनों खड़े, काके लागूं पाय....!
VEDANTA PATEL
जगह-जगह पुष्प 'कमल' खिला;
पंकज कुमार कर्ण
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
3490.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
"दिल में झाँकिए"
Dr. Kishan tandon kranti
मोतियाबिंद
Surinder blackpen
कुछ पल जिंदगी के उनसे भी जुड़े है।
Taj Mohammad
अपनी सत्तर बरस की मां को देखकर,
Rituraj shivem verma
पुराना कुछ भूलने के लिए
पूर्वार्थ
!! पत्थर नहीं हूँ मैं !!
Chunnu Lal Gupta
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
AMRESH KUMAR VERMA
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
आके चाहे चले जाते, पर आ जाते बरसात में।
सत्य कुमार प्रेमी
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
जन्म से मरन तक का सफर
Vandna Thakur
या तो लाल होगा या उजले में लपेटे जाओगे
Keshav kishor Kumar
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
🙅आज का दोहा🙅
*प्रणय*
रामकृष्ण परमहंस
Indu Singh
सुना है हमने दुनिया एक मेला है
VINOD CHAUHAN
शेर-शायरी
Sandeep Thakur
Loading...