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डाॅ. बिपिन पाण्डेय
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26 Oct 2023 · 1 min read
दोहा
दोहा
लोग समझ पाते नहीं,जब हो लेखन खास।
वे पढ़ते हैं शब्द को,कवि लिखता अहसास।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय
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