ईव्हीएम को रोने वाले अब वेलेट पेपर से भी नहीं जीत सकते। मतपत
राम नाम हिय राख के, लायें मन विश्वास।
AE888 - Tham Gia và Trải Nghiệm Cá Cược Trực Tiếp với Tỷ Lệ
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
था मैं तेरी जुल्फों को संवारने की ख्वाबों में
ऐ माँ! मेरी मालिक हो तुम।
तृष्णा उस मृग की भी अब मिटेगी, तुम आवाज तो दो।
पुस्तक विमर्श (समीक्षा )- " साये में धूप "
*भारत माता को नमन, अभिनंदन शत बार (कुंडलिया)*
स्वयंभू
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
- तुम ही मेरे जीने की वजह -
मेरे जीवन में गुरु का दर्जा ईश्वर के समान है। “गुरु बिन भव न
लड़कियों की जिंदगी आसान नहीं होती
हिन्दी हाइकु- शुभ दिपावली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
तेरी सारी बलाएं मैं अपने सर लेंलूं