सिर्फ बेटियां ही नहीं बेटे भी घर छोड़ जाते है😥😥
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
डॉ. नगेन्द्र की दृष्टि में कविता
“आँख के बदले आँख पूरी दुनिया को अँधा बना देगी”- गांधी जी
जब भी तेरा दिल में ख्याल आता है
अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
घनाक्षरी छंदों के नाम , विधान ,सउदाहरण
न मौत आती है ,न घुटता है दम
🥀 *अज्ञानी की✍*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ऐसे रूठे हमसे कि कभी फिर मुड़कर भी नहीं देखा,