#दोहा
#दोहा
■ कृतघ्न पशुवत नहीं, पशु से कई गुना बदतर। पशु प्रायः कृतज्ञता के प्रतीक ही होते हैं।
【जीवन मूल्यों की बात, मेरे दोहों के साथ】
●प्रणय प्रभात●
#दोहा
■ कृतघ्न पशुवत नहीं, पशु से कई गुना बदतर। पशु प्रायः कृतज्ञता के प्रतीक ही होते हैं।
【जीवन मूल्यों की बात, मेरे दोहों के साथ】
●प्रणय प्रभात●