– दोहा –
आज अपनो से दुखी होकर में छोड़ चला घर बार,
मेरे अपने मेरे कभी नही थे आज के बाद नही हु में उनके पास,
✍️✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
आज अपनो से दुखी होकर में छोड़ चला घर बार,
मेरे अपने मेरे कभी नही थे आज के बाद नही हु में उनके पास,
✍️✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान