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3 Jan 2023 · 1 min read

– दोहा –

आज अपनो से दुखी होकर में छोड़ चला घर बार,
मेरे अपने मेरे कभी नही थे आज के बाद नही हु में उनके पास,

✍️✍️✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
107 Views
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