Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2024 · 1 min read

दोहा पंचक. . . . .

दोहा पंचक. . . . .

लँगड़ा दौड़े दौड़ में, गूँगा गाए गीत ।
बहरों की सब टोलियाँ , चलें दिशा विपरीत ।।

व्यथा पूछ उस वृक्ष से, जिसके टूटे पात ।
जिसकी डालें सह रहीं, तीव्र ताप आघात ।।

झूठ सहज लगता यहाँ, सुख दे यह भरपूर ।
आदत जो इसकी पड़े, बनता यह नासूर ।।

ताप भयंकर हो गया, बच कर रहना यार ।
तपती सड़कों पर हुआ, अब चलना दुश्वार ।।

सुशील सरना / 10- 5-24

50 Views

You may also like these posts

छठ पूजन
छठ पूजन
surenderpal vaidya
बेतरतीब
बेतरतीब
Dr. Kishan tandon kranti
आपकी सादगी ही आपको सुंदर बनाती है...!
आपकी सादगी ही आपको सुंदर बनाती है...!
Aarti sirsat
प्रेम क्या है?
प्रेम क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
वक्त का ही जग में दौर है ।
वक्त का ही जग में दौर है ।
Rj Anand Prajapati
..
..
*प्रणय*
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
जय श्री राम
जय श्री राम
goutam shaw
The leaf trying its best to cringe to the tree,
The leaf trying its best to cringe to the tree,
Chaahat
4757.*पूर्णिका*
4757.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फूल शूल पादप फसल ,
फूल शूल पादप फसल ,
Dr. Sunita Singh
करती रही बातें
करती रही बातें
sushil sarna
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
लोग चाहते हैं कि आप बेहतर करें
Virendra kumar
प्री वेडिंग की आँधी
प्री वेडिंग की आँधी
Anil chobisa
-Relationships require effort.
-Relationships require effort.
पूर्वार्थ
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
हमारी माँ
हमारी माँ
Pushpa Tiwari
मेरे प्यारे चाँद
मेरे प्यारे चाँद
Sudhir srivastava
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
यही सोचकर इतनी मैने जिन्दगी बिता दी।
Taj Mohammad
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसी की लाचारी पर,
किसी की लाचारी पर,
Dr. Man Mohan Krishna
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
Er.Navaneet R Shandily
"भाभी की चूड़ियाँ"
Ekta chitrangini
Think Positive
Think Positive
Sanjay ' शून्य'
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
शेखर सिंह
दूर हो गया था मैं मतलब की हर एक सै से
दूर हो गया था मैं मतलब की हर एक सै से
डॉ. दीपक बवेजा
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
सभ्यों की 'सभ्यता' का सर्कस / मुसाफिर बैठा
सभ्यों की 'सभ्यता' का सर्कस / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
हम्मीर देव चौहान
हम्मीर देव चौहान
Ajay Shekhavat
*सत्पथ पर यदि चलना है तो, अपमानों को सहना सीखो ( राधेश्यामी
*सत्पथ पर यदि चलना है तो, अपमानों को सहना सीखो ( राधेश्यामी
Ravi Prakash
Loading...