दोस्त हो तो ऐसा
लाख मेरे दुश्मन मुझे
दे रहे थे बद्दुआ
पर मेरे दोस्तो ने मुझ पर
बद्दुआ का असर होने न दिया
अपनी दुआ से मुझे
बद्दुआ को छुने न दिया
निभाकर दोस्ती का फर्ज
उन्होने मुझे कभी रोने न दिया
मुझ पर आने वाले हर सितम को
उन्होंने हँसते हुए
अपने ऊपर ले लिया।
अनामिका