Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jul 2022 · 1 min read

दोस्त हो तो ऐसा

लाख मेरे दुश्मन मुझे
दे रहे थे बद्दुआ
पर मेरे दोस्तो ने मुझ पर
बद्दुआ का असर होने न दिया
अपनी दुआ से मुझे
बद्दुआ को छुने न दिया
निभाकर दोस्ती का फर्ज
उन्होने मुझे कभी रोने न दिया
मुझ पर आने वाले हर सितम को
उन्होंने हँसते हुए
अपने ऊपर ले लिया।

अनामिका

Language: Hindi
1 Like · 4 Comments · 710 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गैरों से जायदा इंसान ,
गैरों से जायदा इंसान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
जो चलाता है पूरी कायनात को
जो चलाता है पूरी कायनात को
shabina. Naaz
अभिनेता बनना है
अभिनेता बनना है
Jitendra kumar
एंजॉय करने में हर मोमेंट को कोई कंजूसी नही करनी चाहिए,
एंजॉय करने में हर मोमेंट को कोई कंजूसी नही करनी चाहिए,
पूर्वार्थ
शहर की गहमा गहमी से दूर
शहर की गहमा गहमी से दूर
हिमांशु Kulshrestha
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
" समय बना हरकारा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
पिता के नाम पुत्री का एक पत्र
पिता के नाम पुत्री का एक पत्र
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
भक्ति गाना
भक्ति गाना
Arghyadeep Chakraborty
मैं जा रहा हूँ तुमसे दूर
मैं जा रहा हूँ तुमसे दूर
gurudeenverma198
कितने बदल गये
कितने बदल गये
Suryakant Dwivedi
ज़रूरतों की भीड़ में
ज़रूरतों की भीड़ में
Dr fauzia Naseem shad
मन की चाहत
मन की चाहत
singh kunwar sarvendra vikram
ये सिलसिले ऐसे
ये सिलसिले ऐसे
Dr. Kishan tandon kranti
#आध्यात्मिक_कविता
#आध्यात्मिक_कविता
*प्रणय*
पंख गिरवी रख लिए
पंख गिरवी रख लिए
Dr. Rajeev Jain
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*मिट्टी की वेदना*
*मिट्टी की वेदना*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ये बेचैनी ये बेबसी जीने
ये बेचैनी ये बेबसी जीने
seema sharma
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
सत्यम शिवम सुंदरम
सत्यम शिवम सुंदरम
Madhu Shah
फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है
फूल का शाख़ पे आना भी बुरा लगता है
Rituraj shivem verma
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
*लाल सरहद* ( 13 of 25 )
Kshma Urmila
शब्द
शब्द
Sûrëkhâ
4207💐 *पूर्णिका* 💐
4207💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
हर आँसू में छिपा है, एक नया सबक जिंदगी का,
Kanchan Alok Malu
दर्द के सिक्के बनाकर खरीद लूंगा ख़ुशी इक दिन
दर्द के सिक्के बनाकर खरीद लूंगा ख़ुशी इक दिन
सिद्धार्थ गोरखपुरी
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में  होती है पर
व्यग्रता मित्र बनाने की जिस तरह निरंतर लोगों में होती है पर
DrLakshman Jha Parimal
Loading...