दोस्त विदाई पार्टी
विदाई का वक्त आ गया है क्या,
एक दोस्त दोस्त जूदा हो रहा है क्या, !
ये कैसा मंजर है, खुदा तेरा.
कुछ रो लूं या हंस लू, ये आखिरी दिन है,!!
ये सुन ले दोस्त दुआ ये मेरी,
खुश रखे खुदा, आपको ये दुआ हे मैरी,,!
जहाँ भी जाऐ, खुशीयों से भर दे, खुदा झोली आपकी,
हर खुशी मिले आपको ये दुआ है मेरी!!
वो Audi में हँसकर चिल्लाना
और हर बात पर कमेंट करना,!
विदाई तुम ले रहो हो, रो हम रहे हैं,
एक दोस्त दोस्त से विदा ले रहा है,,!!
विदाई का वक्त आ ग़या है क्या,
मै दोस्तों से दूर नहीं जाना चाहता,!
मुझे विदाई लेनी ही होगी,.
आगे की कामयाबी हासिल करनी ही होगी,,!!
कब पूरे हो गऐ ये तीन वर्ष,
पता ही नहीं चला,
अब आ गया है वक्त विदाई के करीब
मै हँसकर कभी रोकर विदाई लेने लगा,
पर मुझे समझ नहीं आया,
कि विदाई का वक्त इतनी जल्दी आ गया,,
कुछ रो लूं या हँस लूं, ये आखिरी दिन है,
मुझे खुशी से विदा कर दो दोस्तों,
विदा,कर दो, विदा कर दो
लेखक सलमान खांन (Satyawati college eve)
– 9050532716