दोस्त जितने भी मिले,वफादार मिले
दोस्त जितने भी मिले,वफादार मिले
सबने मुझे आईना देखना सिखाया
वो बदल गए,ये उनकी कोई मजबूरी थी
पर मैं बदला तो हरदम बेवफा कहलाया।
~ करन ~
दोस्त जितने भी मिले,वफादार मिले
सबने मुझे आईना देखना सिखाया
वो बदल गए,ये उनकी कोई मजबूरी थी
पर मैं बदला तो हरदम बेवफा कहलाया।
~ करन ~