दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो समझ लो आप में इंसानियत अभी जिंदा है। अगर नहीं तिलमिला रही तो आप खुद़ का आत्म मूल्यांकन कीजिए। क्योंकि आपके भीतर के इंसानियत वाले सोफ्टवेयर को फिर से अप़डेट करने की बहुत आवश्यकता है। और इंसान बनने की प्रक्रिया आपकी जारी है। दोस्तों, इंसानियत का फील्ड ही एक ऐसा कैरियर है,
जिसमें 100% प्रतिशत प्लेसमेंट है।
पर एडमीशन बहुत ही कम लोग लेते हैं।
सुनील माहेश्वरी