दोस्ती
दोस्ती एक दिवस नहीं एक त्यौहार है
दोस्ती ही तो जीवन का सच्चा सार है
ये दोस्त ना हो जीवन में तो
अपनी मुश्किल किसको बतायेंगे
ये दोस्त ना हो जीवन में तो
अपनी ख़ुशिया किसको समझायेंगे
हो ज़िंदगी कितनी भी उलझनों से भरी
दोस्त याद करले तो दौड़े चले जाएँगे
ग़र हो परेशानी हम पर आ पड़ी
तो ये दोस्त अपनी जान पर खेल जाएँगे
सम्भाल के रखना अपनी दोस्ती को सदा
क्योंकि ये दोस्त जीवन में दोबारा ना मिल पायेंगे