Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2021 · 1 min read

दोस्ती

आजकल मोहब्ब्त कर रहा बच्चा बच्चा,
पर कमबख्त दोस्ती कर ली हमनें
वादे करते हैं सभी,
पर कसमें लेे ली हमनें।
अब टूटे तो टूट जाएं सांसे ,
पर दोस्ती तोड़ सकते नहीं।
अगर होती मोहब्बत,
तो वेवफा करार देकर निकल लेते हम भी।।

✍️रश्मि गुप्ता @ Ray’s Gupta

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Comments · 238 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
" प्यार के रंग" (मुक्तक छंद काव्य)
Pushpraj Anant
मेरी …….
मेरी …….
Sangeeta Beniwal
सत्य की खोज
सत्य की खोज
लक्ष्मी सिंह
दूर हमसे वो जब से जाने लगे हैंं ।
दूर हमसे वो जब से जाने लगे हैंं ।
Anil chobisa
हम तो कवि है
हम तो कवि है
नन्दलाल सुथार "राही"
"बह रही धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
3108.*पूर्णिका*
3108.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
ruby kumari
हिंदी पखवाडा
हिंदी पखवाडा
Shashi Dhar Kumar
"मैं न चाहता हार बनू मैं
Shubham Pandey (S P)
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
मुझे     उम्मीद      है ए मेरे    दोस्त.   तुम.  कुछ कर जाओग
मुझे उम्मीद है ए मेरे दोस्त. तुम. कुछ कर जाओग
Anand.sharma
*असीमित सिंधु है लेकिन, भरा जल से बहुत खारा (हिंदी गजल)*
*असीमित सिंधु है लेकिन, भरा जल से बहुत खारा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
माँ को अर्पित कुछ दोहे. . . .
sushil sarna
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
भजन
भजन
सुरेखा कादियान 'सृजना'
*ऐसा युग भी आएगा*
*ऐसा युग भी आएगा*
Harminder Kaur
अक्सर मां-बाप
अक्सर मां-बाप
Indu Singh
■ मी एसीपी प्रद्युम्न बोलतोय 😊😊😊
■ मी एसीपी प्रद्युम्न बोलतोय 😊😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
देव दीपावली
देव दीपावली
Vedha Singh
दाता
दाता
Sanjay ' शून्य'
फिर वही शाम ए गम,
फिर वही शाम ए गम,
ओनिका सेतिया 'अनु '
गांव अच्छे हैं।
गांव अच्छे हैं।
Amrit Lal
तुम्हारा हर लहज़ा, हर अंदाज़,
तुम्हारा हर लहज़ा, हर अंदाज़,
ओसमणी साहू 'ओश'
तमाशबीन जवानी
तमाशबीन जवानी
Shekhar Chandra Mitra
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
प्रहार-2
प्रहार-2
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ये दूरियां सिर्फ मैंने कहाँ बनायी थी //
ये दूरियां सिर्फ मैंने कहाँ बनायी थी //
गुप्तरत्न
मातृ दिवस पर विशेष
मातृ दिवस पर विशेष
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
शीर्षक - संगीत
शीर्षक - संगीत
Neeraj Agarwal
Loading...